आख़िर कैसा होगा रामलला का पलंग!
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रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पहले विधिवत पूजा अर्चना करने की तैयारी शुरू हो चुकीं है।रामलला को शीशम के नवनिर्मित पलंग परशयन कराया जाएगा। और इस पलंग को अयोध्या में ही निर्मित कराया है। इसके अलावा भगवान के पलंग के लिए गद्दा, रजाई, चादरव तकिया भी खरीदे गए हैं और रामलला के वस्त्र भी तैयार हैं। इसी अधिवास के दौरान कुश से भगवान के हृदय को स्पर्श कर पूजनप्रक्रिया संपन्न होगी। सुबह उन्हें विधिवत जागरण कराने के बाद सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। शैय्या अधिवास 21 जनवरी कोरात्रि में होगा।
प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री मोदी भी उपस्थिति होंगे। वाराणसी से आए वैदिक आचार्यों के अनुसार सिंहासन (आसन) पर पहले कूर्मशिला व स्वर्ण से निर्मित कच्छप़, ब्रहा शिला का भी अधिवास होता है। तीन पिंडिका भी रखी जाएंगी। आचार्यों के अनुसार इसकेअलावा भगवान के आसन के ठीक नीचे श्रीराम यंत्र की प्रतिष्ठा की जाएगी।
यहाँ रामलला के आसन का भी पूजन किया जाएगा। आसन के नीचे कुल 45 द्रव्य रखे जाएंगे। इसमें नौ रत्नों में हीरा, पन्ना, मोतीमाणिक्य, पुखराज व लहसुनिया, गोमेद के अलावा पारा, सप्त धान्य व विविधि औषधियां हैं। इसके बाद नवीन विग्रह को आसन परप्रतिष्ठित किया जाएगा। गोघृत व शहद मिश्रण से युक्त स्वर्ण शलाका से भगवान के नेत्र उन्मीलित किए जाएंगे। भगवान को दर्पणदिखाया जाएगा।